सूलेमानिये - एक शहर जहाँ बहाउल्लाह कुर्दिस्तान में दो वर्ष बिताये जाने के दौरान गये थे - के समुदाय सदस्यों ने उनके जन्मदिवस की द्विशताब्दी, एक नृत्य को प्रस्तुत कर मनाया जिसका नाम था ’’अवतार’’ जो एक प्रसिद्ध स्थानीय कोरियोग्राफर द्वारा बनाया गया था। इस प्रस्तुति को रिकार्ड किया गया और टीवी पर प्रसारित किया गया जिससे कई लोग इसका आनन्द ले सकें।